Skip to main content

केंद्रीय बजट 2021: आजादी के बाद पहली बार पेपरलेस होगा बजट, जानें वजह

❇️ केंद्रीय बजट 2021: आजादी के बाद पहली बार पेपरलेस होगा बजट, जानें वजह ❇️
📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚
📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚

कोरोना महामारी (Covid-19 pandemic) के कारण इस बार केंद्रीय बजट (Union Budget 2021) के पेपर प्रिंट नहीं होंगे. यह बजट पूरी तरह पेपरलेस होगा. आजादी के बाद यह पहला मौका होगा जब बजट के पेपर प्रिंट नहीं होंगे. मोदी सरकार अपना अगला बजट पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज आम बजट 2021 पेश करने जा रही हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे देश का आम बजट पेश करेंगी. 

✅ पहली बार बजट पेपरलेस 👇

गौरतलब है कि अभी तक सांसदों और मीडिया आदि के लिए बजट की कॉपी छापी जाती थी. लेकिन पहली बार बजट पेपरलेस होगा. इस बार सांसदों को बजट की सॉफ्ट कॉपी दी जाएगी. गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करेंगी.

🟠 सॉफ्ट कॉपी साझा 🔻

इस बार बजट की सॉफ्ट कॉपी साझा की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूनियन बजट और इकोनॉमिक सर्वे के दस्तावेज दोनों ही नहीं छापे जाएंगे और सभी को सॉफ्ट कॉपी दी जाएगी. संसद के सभी सदस्यों को आम बजट की सॉफ्ट कॉपी मिलेगी.

🔷 बजट सत्र शुरू 🔻

गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू हो गया और 8 अप्रैल तक चलेगा. यह दो चरणों में होगा. पहला चरण जनवरी में शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगा जबकि इसका दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक होगा. 16 फरवरी से 7 मार्च तक ब्रेक रहेगा. पिछले साल कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण संसद का शीतकालीन सत्र आयोजित नहीं किया गया था.

🔴 पृष्ठभूमि 👇

बजट छापने की पूरी प्रक्रिया वित्त मंत्रालय के लिए एक त्योहार की तरह होती थी और इसे छापने में काफी गोपनीयता बरती जाती थी. हर साल लगभग 100 कर्मचारी करीब 15 दिनों के लिए पूरी तरह से वित्त मंत्रालय के दफ्तर में ही बंद हो जाते थे और मंत्रालय के प्रेस में ही बजट छापा जाता था.

खबर अच्छी लगी हो तो शेयर जरुर कीजिए।.

Comments

Popular posts from this blog

ब्रिक्स के बारे में —

ब्रिक्स के बारे में — ✅ ब्रिक्स (BRICS) दुनिया की पाँच अग्रणी उभरती अर्थव्यवस्थाओं- ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह के लिये एक संक्षिप्त शब्द (Abbreviation) है। ✅ ब्रिक्स कोई अंतर्राष्ट्रीय अंतर-सरकारी संगठन नहीं है, न ही यह किसी संधि के तहत स्थापित हुआ है। इसे बस पाँच देशों का एकीकृत प्लेटफॉर्म कहा जा सकता है। ✅ ब्रिक्स देशों की जनसंख्या दुनिया की आबादी का लगभग 40 प्रतिशत है और इसका वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में हिस्सा लगभग 30 प्रतिशत है। ✅ इसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक इंजन के रूप में देखा जाता है और यह एक उभरता हुआ निवेश बाज़ार तथा वैश्विक शक्ति है। असल में इसकी शुरुआत सबसे पहले वर्ष 2001 में हुई थी, जब ब्रिटिश अर्थशास्त्री जिम ओ’ नील ने ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिये ’BRIC’ शब्द का प्रयोग किया था। ✅ दिसंबर 2010 में दक्षिण अफ्रीका को BRIC में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया गया और तब से इसे ‘ब्रिक्स’ कहा जाने 📚 पोस्ट अच्छी लगी हो तो शेयर जरुर कीजिए।

इतिहास की प्रमुख घटनाएँ एवं उसके घटित वर्ष

📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚 🔘इतिहास की प्रमुख घटनाएँ एवं उसके घटित वर्ष ✍   ♦️भारत में आर्यों का आगमन :- 1500 ई०पू० ♦️महावीर का जन्म - 540 ई०पू० ♦️महावीर का निर्वाण - 468 ई०पू० ♦️गौतम बुद्ध का जन्म - 563 ई०पू० ♦️गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण - 483 ई०पू० ♦️सिकंदर का भारत पर आक्रमण - 326-325 ई०पू० ♦️अशोक द्वारा कलिंग पर विजय - 261 ई०पू० ♦️विक्रम संवत् का आरम्भ - 58 ई०पू० ♦️शक् संवत् का आरम्भ - 78 ई०पू० ♦️हिजरी संवत् का आरम्भ - 622 ई० ♦️फाह्यान की भारत यात्रा - 405-11 ई० ♦️हर्षवर्धन का शासन - 606-647 ई० ♦️हेनसांग की भारत यात्रा - 630 ई० ♦️सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण - 1025 ई० ♦️तराईन का प्रथम युद्ध - 1191 ई० ♦️तराईन का द्वितीय युद्ध - 1192 ई० ♦️गुलाम वंश की स्थापना - 1206 ई० ♦️वास्कोडिगामा का भारत आगमन - 1498 ई० ♦️पानीपत का प्रथम युद्ध - 1526 ई० ♦️पानीपत का द्वितीय युद्ध - 1556 ई० ♦️पानीपत का तृतीय युद्ध - 1761 ई० ♦️अकबर का राज्यारोहण - 1556 ई० ♦️हल्दी घाटी का युद्ध - 1576 ई० ♦️दीन-ए-इलाही धर्म की स्थापना - 1582 ई० ♦️प्लासी का युद्ध - 1757 ई० ♦️बक्सर का युद्ध - 1764 ई० ♦️बंगाल में स्थायी ब...

Museums of Madhya Pradesh – मध्य प्रदेश के संग्रहालय

Museums of Madhya Pradesh – मध्य प्रदेश के संग्रहालय निम्नलिखित हैं: मध्य प्रदेश में केंद्र शासन के संग्रहालय 1. पुरातत्व संग्रहालय, सांची, जिला रायसेन: इसमें हिन्दू और बौद्ध दोनों धर्मों से सम्बंधित अवशेष हैं। 2. पुरातत्व संग्रहालय, खुजराहो, छत्तरपुर: इसमें चंदेल काल ( 11-12वीं शती) की प्रतिमाएं सुरक्षित हैं, जिनमे अग्नि और स्वाहा, अर्धनारीश्वर, आदिनाथ, गजलक्ष्मी तथा मैथुन मूर्तियां प्रमुख हैं। राज्य शासन के संग्रहालय राज्य शासन के अधीन राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर संग्रहालय संचालित हैं:- राज्य स्तरीय संग्रहालय: ये 7 हैं: केंद्रीय संग्रहालय, गुजरीमहल (ग्वालियर) 1909 राजकीय संग्रहालय, भोपाल (1887 और 1964) केंद्रीय पुरातात्विक संग्रहालय, इंदौर (1931) रानी दुर्गावती संग्रहालय, जबलपुर (1975-76) राजकीय संग्रहालय, धुबेला (छतरपुर) (1955) तुलसी संग्रहालय, रामवन (सतना) (1978) दुष्यंत कुमार पांडुलिपि संग्रहालय, भोपाल जिला संग्रहालय: ये 9 हैं, शिवपुरी, धार, मंडला, विदिशा, शहडोल, राज गज, देवास, मंदसौर और होशंगाबाद में। इनमे से शिवपुरी तीर्थकर प्रतिमाओं के लिए और मंडला जीवाश्म अवशेषों के लिए प्र...